ईश्वर की कृपा से मोदी सरकार का चंद्रमा मिशन सफल होगा देश विश्व गुरु की ओर बढ़ रहा है – गोशा
आज एक बार फिर देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों के लिए प्रार्थना का दिन है। क्योंकि हम पहले भी कई बार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुभवी वैज्ञानिकों द्वारा देश के अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया है चंद्रमा मिशन 615 करोड़ रुपये की लागत वाले लगभग 3900 किलोग्राम के चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना का दिन है मिली जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्रयान-3 लंबी दूरी तय कर डेढ़ महीने बाद 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा। वे गरिमामय और गौरवशाली लैंडिंग विदेशी नागरिकों के लिए खुशियों और उलास से भरी होंगी क्योंकि अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बन जाएगा। इसलिए आइए, हम सब सच्चे मन से एकजुट होकर चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग तक डेढ़ महीने तक राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाएं, आपसी मतभेदों को भुलाकर राष्ट्रीय सफलता की आशा करते हुए मिशन में अपनी शुभकामनाएं दें। क्योंकि 2019 में चंद्रयान-2 चंद्रमा से 100 किलोमीटर दूर था थोड़ी दूरी पर एक अप्रत्याशित तकनीकी खराबी के कारण यह नष्ट हो गया और चंद्रमा पर पहुंचने का मिशन पूरा नहीं हो सका।
वैज्ञानिकों से मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रयान-3 चंद्रमा की धरती पर उतरा कर चंद्रमा की भौतिक स्थिति, जलवायु (आंधी-तूफान-बारिश-तूफान), पृथ्वी में खनिज पदार्थ,. जीव-जन्तु, पौधे तथा अन्य दृश्य-अदृश्य रहस्य का पता करेंगे इस मिशन की सफलता पर विज्ञान के क्षेत्र में यह ऐतिहासिक उपलब्धि भारत के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस बड़ी सफलता के लिए जहां इसरो के मेहनती अंतरिक्ष यात्रियों की पूरी टीम बधाई की पात्र है, वहीं देश के दृढ़ निश्चयी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित भारत सरकार और इस मिशन में अपना पूरा सहयोग देने वाले सभी सहयोगी वैज्ञानिक भी बधाई के पात्र हैं।