मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा बिजली विनियामक आयोग के गठन की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित बिजली विनियामक आयोगों के क्षेत्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और आयोग के गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर सभी को बधाई दी। श्री मनोहर लाल ने कहा कि बिजली डिस्कॉम कंपनियां वित्त क्षेत्र की सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रम में से एक है। हरियाणा सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप बिजली कंपनियों का 25,950 करोड़ रुपये का घाटा सरकार ने अपने स्तर पर वहन किया और आज हरियाणा की सभी चारों बिजली कंपनियां मुनाफे में चल रही हैं।
आज प्रदेश के लोग स्वयं बिजली के बिल भरने के लिए आगे आ रहे हैं। जिसके चलते ‘म्हारा गांव, जगमग गांव’ योजना के तहत प्रदेश के 5745 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सम्भव हो पाई है। इतना ही नहीं पिछले 9 वर्षों में बिजली बिलों के रेट भी नहीं बढ़ाये गए हैं।