ठग कर ले गये दस चार पहिया वाहनो को पुलिस ने किया बरामद कुल कीमती करीबन 1,00,00,000/- रुपये ।
इनोवेटिव सेल्फ ड्राईव रेंटल कार्स एण्ड ट्रेवल के नाम पर कम्पनी बनाकर चार पहिया वाहन किराये पर लेने का देते थे सोशल मीडिया के माध्यम से देते थे विज्ञापन ।
चार पहिया वाहनो को किराये के नाम से लेकर रफूचक्कर होने वाली गैंग का किया खुलासा ।
तीन दोस्तो ने मिल कर बनाई थी गैंग ।
लोगो को लुभावने प्रलोभन देकर करते थे धोखाधड़ी ।
पहचान छिपाने के लिये तैयार किये थे फर्जी दस्तावेज ।
लोगो को गुमराह करने के लिये करते थे कूटरचित दस्तावेज तैयार अलग – अगल शहरो मे ठगी कर लाये कुछ वाहनो को बेचते थे और कुछ को रखते थे गिरवी ।
भोपाल के साथ – साथ ग्वालियर, विदिशा, नरसिंहगढ़ , अशोकनगर सहित अन्य जिलो मे भी करते थे धोखाधड़ी ।
शहर मे हो रही धोखाधड़ी एवं कूट रचित दस्तावेज कर ठगी पर नियंत्रण रखने तथा मुखबिर तंत्र विकसित कर सतप्रतिशत बरामदगी एवं प्रकरणो का निराकरण सुनिश्चित करने हेतु पुलिस आयुक्त नगरीय भोपाल श्री हरिनारायणाचारी मिश्र एवं अति.पुलिस आयुक्त नगरीय भोपाल श्री अवधेश गोस्वामी द्वारा समुचित दिशा निर्देश दिये गये है ।
उक्त निर्देशो के अनुक्रम मे पुलिस उपायुक्त महोदय जोन 02 भोपाल श्रीमति श्रध्दा तिवारी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन 02 भोपाल श्री महावीर मुजालदे, सहायक पुलिस आयुक्त मिसरोद श्री डाँ. रजनीश कश्यप के निर्देशन मे तथा थाना प्रभारी मिसरोद उनि रासबिहारी शर्मा के नेतृत्व मे मिसरोद पुलिस ने धोखाधड़ी की घटना का किया खुलासा ।
घटना का संक्षिप्त विवरण – 1. थाना मिसरोद मे दिनाँक 05.09.23 को फरियादी ने आवेदन इस आसय का दिया था कि मैने अपनी तीन चार पहिया वाहन किराये पर मोनिस नायर को किराये से दिये थे जो तीनो वाहनो को वापस नही कर है और ना ही मेरे वाहनो का किराया दे रहा है आवेदन पत्र पर से आरोपी के विरुध्द अपराध क्रमांक 386/23 धारा 420,406 भादवि का कायम कर विवेचना मे लिया गया ।
अनुसंधान – विवेचना के दौरान वरिष्ठ अधिकारियो से स्पष्ट निर्देश प्राप्त हुए की प्रकरण मे अविलंब स्पेशल टीम गठित कर आगे की कार्यवाही करे जो वरिष्ठ अधिकारियो से प्राप्त दिशानिर्देश के पालन मे थाना पर तीन अलग – अलग टीम गठित की जिनमे एक टीम द्वारा तकनीकि साक्ष्य एकत्रित करने दूसरी टीम द्वारा शहर से बाहर जाकर वाहन बरामदगी करने एवं तीसरी टीम द्वारा लगातार विवेचना की जो विवेचना के दौरान आरोपी मोनिस नायर को गिरफ्तार किया जिसने बताया कि उसने अपने अन्य दो साथी आशीष उर्फ आसू एवं नितिन सोनी के साथ मिलकर एक आशिमा माँल मे इनोवेटिव सेल्फ ड्राईव रेंटल कार्स एण्ड ट्रेवल के नाम से कम्पनी बनाकर गैंग तैयार की जो उनके द्वारा भोले भाले लोगो को झूठे प्रलोभन देकर उनके चार पहिया वाहन किराये के नाम पर लेकर अनुबंध तैयार कर लोगो को अपने भरोसे मे लेकर बाद कूटरचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी से किराये के नाम पर लिये वाहनो को अलग – अलग शहरो मे जाकर वाहनो को बेच देते थे और कुछ वाहनो को गिरवी रख देते थे । आरोपी कि निशादेही पर 10 चार पहिया वाहन जप्त किये है एवं अन्य फरार आरोपियो की तलाश पतारसी की जा रही है । आरोपियो के विरुध्द प्रकरण मे धारा 467,468,471 भादवि का इजाफा किया गया विवेचना जारी है ।
जप्त मशरूका – कुल 10 चार पहिया वाहन कीमती करीबन 10000000 रुपये ।
01. आर्टिका कार – MP 50 C 9005
02. आर्टिका कार – MP 09 WM 7848
03. आर्टिका कार – MP 04 ED 2938
04. आर्टिका कार – MP 48 C 6378
05. टाटा जेस्ट कार – MP 04 CT 3270
06. मारुती वलेनो कार – MP 09 ZM 9124
07. स्विप्ट कार – UP 93 BX 3253
08. टाटा अल्ट्रोज – MP 09 ZF 1261
09. सियाज कार – MP 04 CQ 2357
10. अल्टो कार – MP 04 TB 4594
गिरफ्तार आरोपी – 1. मोनिस नायर पिता भगवान सिंह नायर निवासी रुचि लाईफ स्केप भोपाल ।
फरार आरोपी – 01. आशीष उर्फ आसू निवासी पंचशील नगर भोपाल ।
02. नितिन सोनी निवासी अशोका गार्डेन भोपाल ।
वारदात का तरीका – आरोपियो द्वारा इनोवेटिव सेल्फ ड्राईव रेंटल कार्स एण्ड ट्रेवल के नाम पर कम्पनी बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से देते थे विज्ञापन और चार पहिया वाहनो को किराये के नाम से लेकर अनुबंध कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर चार पहिया वाहन बेच देते थे और गिरवी रखते थे ।
अनुसंधान मे महत्वपूर्ण भूमिका- -टीम 01. थाना प्रभारी मिसरोद उनि रास बिहारी शर्मा ,उनि लवेश कुमार, प्र आर दीपक मालवीय, आर. सौरभ चौधरी, आर. जीतेन्द्र जाट, आर. उमेश शाक्य ।
टीम 02. उनि केशांत शर्मा , उनि रमेश सिंह ,आर. मुकेश पटेल , आर. सुभाष पटेल ,आर. पवन त्रिपाठी ।
टीम 03. सउनि सुधाकर शर्मा , सउनि नागेन्द्र सिंह , प्र आर. बद्रीलाल दांगी , आर. रामवरन सूर्यवंशी , आर. धीरज गुर्जर , आर. प्रवीण यादव, आर. आकाश सायबर सेल का सराहनीय योगदान रहा ।
विशेष भूमिका – सउनि सुधाकर शर्मा , सउनि नागेन्द्र सिंह , प्र आर. बद्रीलाल दांगी